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स्त्री-रोग : गर्भरक्षा

गर्भरक्षा

प्रथम प्रयोगः जिस स्त्री को बार-बार गर्भपात को जाता हो उसकी कमर में धतूरे की जड़ का चार उँगल का टुकड़ा बाँध दें। इससे गर्भपात नहीं होगा। जब नौ मास पूर्ण हो जाय तब जड़ को खोल दें।
दूसरा प्रयोगः जौ के आटे को एवं मिश्री को समान मात्रा में मिलाकर खाने से बार-बार होने वाला गर्भपात रुकता है।
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स्त्री-रोग : गर्भरक्षा स्त्री-रोग : गर्भरक्षा Reviewed by ritesh on 1:29 AM Rating: 5

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