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विष चिकित्सा : लूता (ब्लस्टर-जिसकी पेशाब से फफोले हो जाते हैं) का विष

लूता (ब्लस्टर-जिसकी पेशाब से फफोले हो जाते हैं) का विष

प्रथम प्रयोगः नींबू, घास और हल्दी को पानी के साथ पीसकर लगाने से लूता का विष नष्ट हो जाता है।
दूसरा प्रयोगः जीरे को पानी में पीसकर लगाने से लाभ होता है।
कुत्ते का विषः
पहला प्रयोगः आकड़े के दूधगुड़ एवं तेल का लेप करने से पागल कुत्ते के काटने का जहर नहीं चढ़ेगा।
दूसरा प्रयोगः खरखोड़ी (केक्टसनुमा बिना काँटेवाली वनस्पति) का दूध रोटी पर लगाकर खिलाने से या कड़वी तुम्बी का गर्भ पानी में घोलकर पिलाने से वमन-विरेचन होकर पागल कुत्ते के काटने से आनेवाला पागलपन मिट जाता है।
दीमकः काले जीरे को कपड़े अथवा पुस्तकों के बीच में रखने से अथवा चंदन की लकड़ी को अलमारी में रखने से दीमक नहीं लगते
चींटी-चींटेकाक्रोच आदिः लहसुन के चूर्ण की पोटली खिड़की पर रखने से काक्रोच आदि जन्तु दूर होते हैं।
खटमल, मच्छर आदि जंतु तुलसी की सुगंध सहन नहीं कर सकते।
विष चिकित्सा : लूता (ब्लस्टर-जिसकी पेशाब से फफोले हो जाते हैं) का विष विष चिकित्सा :  लूता (ब्लस्टर-जिसकी पेशाब से फफोले हो जाते हैं) का विष Reviewed by ritesh on 1:32 AM Rating: 5

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