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विष चिकित्सा : बिच्छू दंश

बिच्छू दंश

पहला प्रयोगः पत्थर पर दो-चार बूँद पानी की डालकर उस पर निर्मली या इमली के बीज को घिसें। उस घिसे हुए पदार्थ को दर्दवाले स्थान पर लगायें एवं जहाँ बिच्छू ने डंक मारा हो वहाँ घिसा हुआ बीज चिपका दें। दो मिनट में ही बिच्छू का विष नष्ट हो जायेगा और रोता हुआ मनुष्य भी हँसने लगेगा।
दूसरा प्रयोगः पोटेशियम परमैंगनेट एवं नींबू के फूल (साइट्रिक एसिड) को बारीक पीसकर अलग-अलग बॉटल में भरकर रखें। बिच्छू के डंक पर मूँग के दाने जितने नींबू के फूल का पाउडर एवंपोटेशियम परमैंगनेट का मूँग के दाने जितना पाउडर रखें। ऊपर से एक बूँद पानी भी डालें। थोड़ी देर में उभार आकर विष उतर जायेगा। यह अदभुत दवा है।
कान खजूराः
पहला प्रयोगः आकड़े का दूध लगाने से कान खजूरे का दंश मिटता है।
दूसरा प्रयोगः नमक का पानी सहने योग्य गर्म करके कान में डालने से कानखजूरा मर जाता है।
तीसरा प्रयोगः यदि कानखजूरा शरीर पर चिपक गया हो तो उसके ऊपर सरसों का तेल डालने से वह मर जाता है या आँच देने से छूट जाता है।
विष चिकित्सा : बिच्छू दंश विष चिकित्सा  : बिच्छू दंश Reviewed by ritesh on 1:28 AM Rating: 5

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