वातरोग-गठिया आदि : संधिवात (Arthritis)
संधिवात (Arthritis)
पहला प्रयोगः निर्गुण्डी के 30-40 पत्तों को पीसकर नाभि पर लगाने से एवं 10 से 40 मि.ली. पिलाने से संधिवात में आराम मिलता है।दूसरा प्रयोगः अडूसे की छाल का 2 ग्राम चूर्ण लेने से तथा महानिंब के पत्तों को उबालकर बाँधने से संधिवात में लाभ होता है।
तीसरा प्रयोगः सोंठ के साथ गुडुच का काढ़ा 20 से 50 मि.ली. पीने से संधिवात दूर होता है।
ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ
वातरोग-गठिया आदि : संधिवात (Arthritis)
Reviewed by ritesh
on
1:55 AM
Rating:
No comments: