विष चिकित्सा : भौंरी, मक्खी, मधुमक्खी के दंश
भौंरी, मक्खी, मधुमक्खी के दंश
पहला प्रयोगः तुलसी के पत्तों को नमक के साथ पीसकर लगाने से भौंरों के दंश की वेदना मिट जाती है।दूसरा प्रयोगः मधुमक्खी, भौंरी के दंशप्रभावित स्थान पर गाय के गोबर का तीन दिन लेप करने से लाभ होता है।
बगईः बैल, कुत्ते अथवा घोड़े पर बैठने वाली बगई नामक पीली मक्खी यदि मनुष्य के कान में घुस जाये तो शुद्ध घी का हलुआ या सेवफल का टुकड़ा कान के आगे बाँधकर रखने से वह स्वतः निकल जाती है।
विष चिकित्सा : भौंरी, मक्खी, मधुमक्खी के दंश
Reviewed by ritesh
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1:31 AM
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