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स्त्री-रोग : गर्भस्थापक

गर्भस्थापक

रात को किसी मिट्टी के बर्तन में 25 ग्राम अजवायन, 25 ग्राम मिश्री 25 ग्राम पानी में डुबाकर रखें। सुबह उसे ठण्डाई की नाईं पीसकर पियें।
भोजन में बिना नमक की मूँग की दाल व रोटी खायें। यह प्रयोग मासिक धर्म के पहले दिन से लेकर आठवें दिन तक करना चाहिए।
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स्त्री-रोग : गर्भस्थापक   स्त्री-रोग : गर्भस्थापक Reviewed by ritesh on 1:28 AM Rating: 5

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