हृदय तथा रक्त रोग : रक्त में शर्करा की मात्रा कम होना (Low Blood Sugar/ Hypoglycaemia)
रक्त में शर्करा की मात्रा कम होना (Low Blood Sugar/ Hypoglycaemia)
परिचय:-
यह रोग खून (रक्त) में शर्करा की मात्रा कम हो जाने के कारण होता है और इस रोग के कारण दिमाग पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है।
रक्त में शर्करा की मात्रा कम होने का लक्षण-
इस रोग के हो जाने के कारण रोगी व्यक्ति को मीठा खाने की इच्छा होने लगती
है। खून में शर्करा की कमी हो जाने के कारण से रोगी व्यक्ति को घबराहट,
थकावट, मानसिक तनाव, आंखों से कम दिखाई देना, सिर में दर्द आदि लक्षण प्रकट
होते हैं। इस रोग के और भी लक्षण होते हैं जैसे- पसीना निकलना, उदासीनता,
चक्कर आना, कंपकपी होना, धड़कन बढ़ना आदि।
रक्त में शर्करा की मात्रा कम होने के कारण-
यह रोग मधुमेह के रोगियों में इन्सुलिन के अनुपात में गड़बड़ी हो जाने के
कारण होता है तथा अन्त:स्रावी ग्रंथियों में गड़बड़ी होने के कारण होता है।
रक्त में शर्करा की मात्रा कम होने पर प्राकृतिक चिकित्सा से उपचार-
- इस रोग को ठीक करने के लिए पुदीने के पत्तों को पानी में पीस लेना चाहिए। इस पानी का सेवन प्रतिदिन करने से लाभ मिलता है।
- अंगूर, मौसमी, मीठे फलों का और सब्जियों का रस प्रतिदिन पीने से यह रोग कुछ ही दिनों में ठीक हो जाता है।
- मौसमी के मीठे फल तथा विटामिन `बी´, `सी´ और `ई´ वाले पदार्थों का अधिक सेवन करने से यह रोग कुछ ही दिनों में ठीक हो जाता है।
- इस रोग से पीड़ित रोगी को थोड़े-थोड़े समय के बाद कुछ न कुछ खाते रहना चाहिए। इससे यह रोग जल्दी ही ठीक हो जाता है।
- इस रोग से पीड़ित स्त्री को रिफाइंड खाद्य पदार्थ, कॉफी, शराब और सॉफ्ट ड्रिंक्स नहीं पीना चाहिए।
हृदय तथा रक्त रोग : रक्त में शर्करा की मात्रा कम होना (Low Blood Sugar/ Hypoglycaemia)
Reviewed by ritesh
on
2:14 AM
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