विष चिकित्सा : धतूरे का विष
धतूरे का विष
पहला प्रयोगः तिल का 20 से 50 मि.ली. तेल 50 से 200 मि.ली. गर्म पानी में मिलाकर पिलायें।दूसरा प्रयोगः दूध में मिश्री डालकर पिलायें।
तीसरा प्रयोगः मनुष्य ने जितनी मात्रा में धतूरे के बीज, फूल अथवा पत्ते खाये हो उतनी ही मात्रा में कपास के बीज, फूल या पत्ते पीसकर पिलाने से लाभ होता है।
भाँग का विषः दही खिलाने से लाभ होता है।
अफीमः
पहला प्रयोगः दो रूपये भार(20 ग्राम) शक्कर एवं उतना ही घी गर्म करके पिलायें।
दूसरा प्रयोगः सुहागे का पावलीभार (2.5 ग्राम) कपड़छन चूर्ण खिलायें।
विष चिकित्सा : धतूरे का विष
Reviewed by ritesh
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1:36 AM
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