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मधुमेह (diabetes) : डायलसिस क्यों होता है ज़रूरी

डायलसिस क्यों होता है ज़रूरी

 
स्वस्थ गुर्दे रक्त को शुद्ध रखते है और शरीर से अतिरिक्त तरल पदार्थ और नमक को निकाल बाहर करते हैं। साथ ही शरीर के विषैले तत्वों को भी बाहर कर देते हैं। जब गुर्दे काम करना बंद कर देते हैं तब शरीर में अपशिष्ट पदार्थ जमा होने लगते हैं, रक्तचाप ब़ढ़ जाता है और तरल पदार्थ जमा होने लगते हैं। गुर्दों के ठप पड़ जाने की दशा में डायलिसिस कराना प़ड़ता है। कई गंभीर अवस्था में पहुँच चुके मरीज़ों को गुर्दों का प्रत्यारोपण कराने की भी सलाह दी जाती है। डायलिसिस गुर्दों के इलाज की रक्षापंक्ति में पहले पायदान पर होता है। दो तरह की होती है
 
-हीमोडायलिसिस।
 
-पेरिटोनियल डायलिसिस। 
 
दोनों ही तरह की डायलिसिस दो सामान्य गुर्दों की कार्यक्षमता का केवल 5 प्रतिशत विकल्प ही उपलब्ध करा पाती हैं। 
 
मधुमेह (diabetes) : डायलसिस क्यों होता है ज़रूरी मधुमेह (diabetes) : डायलसिस क्यों होता है ज़रूरी Reviewed by ritesh on 5:27 AM Rating: 5

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